शामली, जलालाबाद / समाजवादी पार्टी (सपा) द्वारा आयोजित पिछड़ा-दलित-अल्पसंख्यक (पीडीए) जागरूकता पखवाड़ा के तहत शनिवार को थानाभवन विधानसभा क्...
शामली, जलालाबाद / समाजवादी पार्टी (सपा) द्वारा आयोजित पिछड़ा-दलित-अल्पसंख्यक (पीडीए) जागरूकता पखवाड़ा के तहत शनिवार को थानाभवन विधानसभा क्षेत्र के कस्बा जलालाबाद में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में युवाओं को डॉ. भीमराव अंबेडकर के सिद्धांतों से अवगत कराया गया और पीडीए के माध्यम से सपा की राजनैतिक भागीदारी की अहमियत पर चर्चा की गई।
युवाओं को जागरूक करने का प्रयास
सपा के प्रदेश सचिव, पिछड़ा वर्ग, रविन्द्र प्रधान जोगी ने इस बैठक की अध्यक्षता करते हुए बाबा साहब के मिशन और उनके सिद्धांतों की प्रासंगिकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में युवाओं में बाबा साहब के मिशन के प्रति बढ़ती जागरूकता स्पष्ट रूप से दिख रही है। यह जागरूकता पीडीए की राजनैतिक ताकत को मजबूत करने में सहायक होगी।
रविन्द्र प्रधान ने यह भी कहा,
"बाबा साहब का मिशन समानता, न्याय और समरसता का संदेश देता है। आज के युवा इन मूल्यों को आत्मसात कर रहे हैं, जिससे समाजवादी पार्टी का उद्देश्य और सशक्त होता जा रहा है।"
पीडीए की भूमिका पर जोर
पीडीए (पिछड़ा-दलित-अल्पसंख्यक गठजोड़) की महत्ता पर बोलते हुए उन्होंने इसे सपा की राजनीतिक सफलता की रीढ़ बताया। उन्होंने कहा कि पीडीए न केवल समाज के इन तीनों वर्गों को एक साथ लाने का काम कर रहा है, बल्कि इससे सामाजिक और आर्थिक न्याय की दिशा में भी उल्लेखनीय प्रगति हो रही है।
बैठक में प्रमुख नेताओं की उपस्थिति
इस अवसर पर सपा के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं और पदाधिकारियों ने भी अपने विचार साझा किए। इनमें शामिल थे:
इकराम राव: जिलाध्यक्ष, मजदूर सभा
राशिद मलिक: जिला सचिव, पिछड़ा वर्ग
डॉ. अनुज सैनी: आईटी सेल, शामली
मोहम्मद हम्माद: नगर अध्यक्ष, पिछड़ा वर्ग, जलालाबाद
दीपक सैनी, अरशद, समीर मलिक, परवेज कुरैशी, साकिब शाह, इरशाद अहमद, उमर राजपूत, आयाज राजपूत, सोनू रंगरेज, जुनैद जोगी, मुनीर, अब्दुल्ला मनिहार
इन सभी ने अपने-अपने क्षेत्रों में बाबा साहब के विचारों को फैलाने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की।
समाजवादी पार्टी के आईटी सेल के प्रतिनिधि, डॉ. अनुज सैनी, ने बैठक में जागरूकता अभियान की डिजिटल रणनीति पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर पीडीए जागरूकता पखवाड़ा को संशोधित करके 27 जनवरी 2025 से शुरू किया जाएगा। यह अभियान अब 25 जनवरी 2025 तक न चलकर निरंतर पूरे जिले और विधानसभा क्षेत्रों में आयोजित किया जाएगा।
डॉ. अनुज सैनी ने कहा,
"यह अभियान न केवल बाबा साहब के विचारों को घर-घर तक पहुंचाएगा, बल्कि समाज के सभी वर्गों को सपा के साथ जोड़ने में भी मदद करेगा।"
बाबा साहब के विचारों को बढ़ावा देने का लक्ष्य
इस पखवाड़े के तहत सपा कार्यकर्ता और नेता डॉ. भीमराव अंबेडकर के विचारों और उनके द्वारा किए गए संघर्ष को जनता के बीच ले जाएंगे। अभियान के दौरान विशेष रूप से यह समझाने का प्रयास किया जाएगा कि बाबा साहब के सिद्धांत केवल संविधान तक सीमित नहीं हैं, बल्कि ये एक बेहतर समाज और राष्ट्र निर्माण के लिए भी आवश्यक हैं।
युवाओं की अहम भूमिका
रविन्द्र प्रधान जोगी ने युवाओं की भागीदारी को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा,
"आज का युवा बाबा साहब के विचारों से प्रेरित है। वे सामाजिक न्याय, समानता और मानव अधिकारों के लिए न केवल जागरूक हैं, बल्कि इन सिद्धांतों को अमल में लाने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं।"
सामाजिक न्याय की दिशा में एक कदम
समाजवादी पार्टी ने इस जागरूकता अभियान के माध्यम से यह स्पष्ट संदेश दिया है कि वह बाबा साहब के मिशन को अपने राजनीतिक और सामाजिक एजेंडे का अभिन्न हिस्सा मानती है।
अभियान के मुख्य उद्देश्य
1. बाबा साहब के विचारों को हर वर्ग और समुदाय तक पहुंचाना।
2. युवाओं को सामाजिक और राजनैतिक भागीदारी के लिए प्रेरित करना।
3. पीडीए गठबंधन को मजबूत बनाना और इसकी ताकत का प्रदर्शन करना।
4. समाज में समरसता और समानता का माहौल तैयार करना।
आगे की योजना
पीडीए जागरूकता पखवाड़ा के अगले चरण में सपा कार्यकर्ता गांव-गांव और घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करेंगे। अभियान के तहत विशेष रूप से पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक समुदायों के बीच संवाद स्थापित किया जाएगा। साथ ही, बाबा साहब के विचारों पर आधारित कार्यशालाएं और सेमिनार आयोजित किए जाएंगे।
समाजवादी पार्टी का यह अभियान न केवल बाबा साहब के मिशन को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह समाज के कमजोर और वंचित वर्गों को सशक्त करने की सपा की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। रविन्द्र प्रधान जोगी और अन्य नेताओं की सक्रियता इस बात का संकेत है कि सपा इस मिशन को लेकर
पूरी तरह से गंभीर है और इसे जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
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