नारी सम्मान मेरी प्राथमिकता: सभासद इमराना मलिक संवाददाता: फैसल मलिक शामली । जलालाबाद, वार्ड-9 नई टंकी परिसर में मिशन शक्ति और कंबल वितरण क...
संवाददाता: फैसल मलिक
शामली । जलालाबाद, वार्ड-9 नई टंकी परिसर में मिशन शक्ति और कंबल वितरण कार्यक्रम का संयुक्त आयोजन किया गया, जो महिला सशक्तिकरण और जरूरतमंदों की मदद के लिए एक प्रेरणादायक पहल साबित हुआ। इस कार्यक्रम का आयोजन वार्ड सभासद इमराना मलिक और उनके पति समाजसेवी राशिद मलिक द्वारा किया गया। इस दौरान वार्ड के नागरिकों और अतिथियों ने नारी सशक्तिकरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की।
मिशन शक्ति: महिलाओं के लिए सुरक्षा और सशक्तिकरण का कदम
मिशन शक्ति कार्यक्रम के तहत पुलिस चौकी प्रभारी राकेश कुमार गौतम, उपनिरीक्षक सविता चौधरी, हेड कांस्टेबल आंचल शर्मा और कांस्टेबल निधि ठाकुर ने महिलाओं को उनके अधिकारों और सुरक्षा के प्रति जागरूक किया। श्री राकेश कुमार गौतम ने बताया कि मिशन शक्ति का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर और निर्भीक बनाना है। उन्होंने कहा, "महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के लिए प्रदेश सरकार द्वारा हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अंतर्गत सभी महिलाओं को जागरूक किया जा रहा है कि वे किसी भी प्रकार के शोषण या हिंसा के खिलाफ आवाज उठाएं।"
उपनिरीक्षक सविता चौधरी ने हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी साझा करते हुए बताया कि महिलाएं किसी भी प्रकार की समस्या के लिए इन नंबरों पर संपर्क कर सकती हैं:
वूमेन पावर हेल्पलाइन: 1030
महिला हेल्पलाइन: 181
एम्बुलेंस सेवा: 108
स्वास्थ्य सेवा: 102
पुलिस आपातकालीन सेवा: 112
मुख्यमंत्री हेल्पलाइन: 1076
महिला हेल्पलाइन: 1090
उन्होंने यह भी कहा कि हेल्पलाइन पर कॉल करने के तुरंत बाद कार्रवाई शुरू कर दी जाती है। कार्यक्रम के दौरान, पुलिस अधिकारियों ने महिलाओं को बताया कि उन्हें अपने अधिकारों के प्रति सजग रहना चाहिए और किसी भी तरह की हिंसा या छेड़खानी को बर्दाश्त नहीं करना चाहिए।
सर्दी में राहत: जरूरतमंदों को कंबल वितरण
सभासद इमराना मलिक और समाजसेवी राशिद मलिक ने अपने निजी बजट से वार्ड की गरीब और जरूरतमंद महिलाओं, वृद्धजनों और दिव्यांगों को कंबल वितरित किए। इस कार्यक्रम में कुल 121 कंबल वितरित किए गए, जो वार्ड वासियों के लिए ठंड के मौसम में बड़ी राहत लेकर आए। राशिद मलिक ने कहा, "यह कार्यक्रम मेरे लिए वार्ड वासियों का सम्मान करने का अवसर है। मदद और सम्मान में फर्क होता है। मदद वह है जो गुप्त रूप से की जाती है, और सम्मान वह है जो सार्वजनिक रूप से किया जाता है।"
नारी सशक्तिकरण पर जोर
कार्यक्रम के दौरान, इमराना मलिक ने कहा कि नारी सम्मान उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने महिलाओं से अपील की कि वे किसी भी प्रकार की असमानता और हिंसा के खिलाफ आवाज उठाएं। उन्होंने यह भी कहा, "हमारे समाज को महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान के लिए एकजुट होकर कार्य करना होगा। महिलाएं सशक्त होंगी, तो समाज और देश मजबूत होगा।"
कार्यक्रम में मोजूद रहे
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में कई लोगों का योगदान रहा। फैसल मलिक, मेहर दीन सैफी, रविंद्र प्रधान जोगी, इकराम राव, इकबाल सैफी, हाजी मास्टर कलीम अहमद, लीला मलिक, वसीम मलिक, हम्माद, नाजिम सैफी, शौकीन मलिक, और शौकीन अब्बासी ने कार्यक्रम को सुचारू रूप से संपन्न कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
मिशन शक्ति: एक प्रेरक पहल
मिशन शक्ति कार्यक्रम के तहत, महिलाओं को सशक्त बनाने और उन्हें अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करने का यह प्रयास समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का संदेश देता है। इस प्रकार के आयोजन न केवल महिलाओं को उनकी ताकत का एहसास कराते हैं, बल्कि उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ाते हैं।
समाजसेवा और मानवता की मिसाल
कंबल वितरण कार्यक्रम ने यह साबित किया कि मानवता और समाजसेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं है। राशिद मलिक और इमराना मलिक की इस पहल ने न केवल जरूरतमंदों की मदद की बल्कि समाज के अन्य लोगों को भी प्रेरित किया। उन्होंने यह भी बताया कि भविष्य में वे इस तरह के और कार्यक्रम आयोजित करेंगे, ताकि समाज में जरूरतमंदों को अधिक से अधिक सहायता प्रदान की जा सके।
समाज की अपील
कार्यक्रम के अंत में इमराना मलिक और राशिद मलिक ने वार्ड के लोगों से अपील की कि वे समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए एकजुट होकर काम करें। उन्होंने कहा, "हम सबको एक साथ मिलकर समाज में हर उस व्यक्ति की मदद करनी चाहिए, जिसे जरूरत है। इससे हमारा समाज और मजबूत और खुशहाल बनेगा।"
मिशन शक्ति और कंबल वितरण कार्यक्रम ने यह साबित कर दिया कि नारी सशक्तिकरण और समाजसेवा से जुड़ी गतिविधियां समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकती हैं। इमराना मलिक और राशिद मलिक की यह पहल न केवल जलालाबाद बल्कि पूरे प्रदेश के लिए प्रेरणा का स्रोत है। इससे समाज के अन्य लोगों को भी प्रेरणा मिलेगी कि वे जरूरतमंदों की मदद करें और महिलाओं के अधिकारों के प्रति सजग रहें। यह आयोजन एक उदाहरण है कि कैसे एकजुट प्रयासों से समाज में बड़े बदलाव लाए जा सकते हैं।
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